प्रमुख सम्पादक
देवेन्द्र सिंह राय
11 जून देहरादून। उदगार साहित्यिक एवं सामाजिक मंच देहरादून के तत्वावधान में वरिष्ठ साहित्यकार हेमचंद्र सकलानी कृत्य विरासत की यात्राएं भाग 7 के लोकार्पण के अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए विकास नगर के विधायक मुन्ना चौहान ने कहा है कि साहित्य समाज का दर्पण होता है और समाज में घटने वाले प्रत्येक घटना पर आधारित साहित्य का सृजन होता है।
विधायक श्री मुन्ना चौहान ने कहा है कि वरिष्ठ साहित्यकार हेमचंद सकलानी जी ने जीवन पर्यंत साहित्य की सेवा की है और उन्होंने देश विदेश में की गई यात्राओं को पुस्तक के रूप में लिपिबद्ध किया है।
श्री चौहान ने कहा है कि प्राचीन काल से अनेक लेखक एवं साहित्यकारों ने यात्राओं के माध्यम से देश और दुनिया को समझने का प्रयास किया है और आने वाले पीढ़ियों के लिए कुछ समाज और संस्कृति से अवगत कराया ।
इस अवसर पर संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ सुधारानी पांडे ने कहा कि हेमचंद सकलानी ने अपने यात्राओं के माध्यम से पाठकों को उन सभी स्थानों से परिचित कराया है जहां हम लोग पहुंच नहीं सकते। उन्हेंने ने कहा है कि श्री सकलानी का साहित्य युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है उनके साहित्य से देश और दुनिया को समझा जा सकता है ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं तिलु रौतेली पुरस्कार से सम्मानित डॉ राजकुमार चौहान ने कहा है कि हेमचंद सकलानी जी ने अपनी पुस्तक के माध्यम से लोगों को वाणी देने का कार्य किया उन्होंने उन स्थानों का उल्लेख किया है जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है ।
इस अवसर पर डॉ सुशील उपाध्याय ने हेमचंद सकलानी के साहित्य को शोध पूर्ण कहां है। साहित्य से युवा पीढ़ी को समाज देश और संस्कृति को जानने और समझने के लिए मिलेगा।
इस मौके पर वरिष्ठ गीतकार शिव मोहन सिंह डॉ, मदन पाल बिरला पवन शर्मा भारत चौहान त्रिलोक सिंह सुमन मोहन हरीश आनंद सिंह रवि कुमार आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे।