यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने सेअवैध खनन से लदे वाहन यमुना नदी में फंसे संबंधित विभागों की सतर्कता की पोल खोलती तस्वीर
संवाददाता गजमफर अली
विकास नगर (देहरादून) देर रात बारिश होने से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण ढलीपुर के निकट यमुना नदी में खनन माफिया के कई वाहन अवैध खनन से भरे हुए फसे सूत्रों से जानकारी मिली है कि उक्त अवैध खनन के वहान हिमाचल प्रदेश से यमुना नदी के रास्ते ढलीपुर यमुना नदी में उतरने वाले रास्ते से निकालकर विकास नगर देहरादून तक पहुंचते हैं , यह तस्वीर संबंधित अवैध खनन पर रोकथाम विभागों सहित उत्तराखंड प्रदेश सरकार के भी पोल खोलती नजर आ रही है। ऐसे हम बिल्कुल नहीं कह रहे हैं यह जो तस्वीर आप देख रहे हैं यह तस्वीर खुद ही बयां कर रही है हकीकत। लेकिन मजाल है कि कोई वन विभाग पुलिस विभाग राजस्व विभाग खनन विभाग इन अवैध खनन के वाहनों को रोक कर चेक करें जितने भी वहान अवैध खनन के हिमाचल प्रदेश से उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे हैं सभी वहान 20 टायर वाले वहान है जिसमें कई टन अवैध खनन लेकर उत्तराखंड के सीमा में प्रवेश कर रहे हैं जिससे उत्तराखंड सरकार को लाखों रुपए की राजस्व की हानि हो रही है लेकिन संबंधित विभागों के अधिकारियों के कानों में जू तक नहीं रेगती जबकि समय-समय पर मीडिया के द्वारा उक्त अवैध खनन के संबंध में जानकारी भी दी जाती है उसके बावजूद भी संबंधित विभाग के सभी अधिकारी कार्रवाई करने से बचते नजर आते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए आदेशों निर्देशों की किस प्रकार से संबंधित विभाग अवैलना कर रहे हैं इसकी पोल खोलता तस्वीर। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है लगातार रात के अंधेरे में पिछले लंबे समय से इसी प्रकार अवैध खनन के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है वही हवा ऐसी भी चल रही है की अवैध खनन से कमाई गई रकम ऊपर तक पहुंचाने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो पाती अब यह है अवैध खनन से कमाई गई रकम कितने ऊपर पहुंच रही है इसका अंदाजा क्षेत्र की जनता स्वयं ही लगा रही है ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं आखिर बार-बार मीडिया के द्वारा अवैध खनन की खबरें चलाने के बाद भी आखिर क्यों कार्यवाही करने से संबंधित विभाग कतरा रहा है कहीं ऐसा तो नहीं लोगों का जो मानना है की ऊपर तक सेटिंग गेटिंग है कहीं इसी के चलते तो संबंधित विभाग कार्रवाई करने से बचते हैं ऐसे में रोजाना उत्तराखंड सरकार को लाखों रुपए की राजस्व की हानि खनन माफिया पहुंचने का काम कर रहे हैं