विकास नगर के बाढ़ वाला स्थित प्राचीन शिव मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने किया भगवान शिव का जिला अभिषेक
श्रद्धालुओं ने मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक कर बाढ़ वाला मेले का लुफ्त भी उठाया
संवाददाता गजमफर अली
विकास नगर के बाढ़ वाला में बने 500 साल पुराने शिव मंदिर के कपाट महाशिवरात्रि पर रात 12:00 बजे से भक्तों के लिए खोले गए हैं महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में जल चढ़ाने के लिए भगत दूर-दूर से मंदिर पहुंचने हैं इसके अलावा मंदिर में भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता है
महाशिवरात्रि सनातन धर्म का प्रमुख धार्मिक पर्व है यह पावन पर्व फागुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह हुआ था इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और और भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं कई लोग शिवरात्रि को ही महाशिवरात्रि कहते हैं लेकिन ऐसा नहीं है यह दोनों ही पर्व अलग-अलग है शिवरात्रि हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आती है जबकि महाशिवरात्रि साल भर में एक ही बार आती है इस संबंध में जब मंदिर के पुजारी सुनील पैन्यूली जानकारी ली गई तो तो उन्होंने बताया की प्राचीन शिव मंदिर में हिमाचल हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्य से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान भी चलते रहते हैं उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि मेला मेला लगने के पीछे की वजह यह भी है कि दूर तरह से माता-पिता अपने बच्चों को आशीर्वाद दिलाने के लिए प्राचीन शिव मंदिर में लेकर आते थे जिसके चलते मेले का आयोजन होने लगा है आज प्राचीन शिव मंदिर बाढ़ वाला में जलाभिषेक के लिए दूर-दूर से ग्रामीण मंदिर परिसर में लाइन में खड़े दिखाई दिए सुबह 3:00 बजे से लगी लाइन शाम 5:00 बजे तक निरंतर चलती रही श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर मन्नत मांगी तत्पश्चात सभी लोगों ने मेले का लुफ्त उठाया।