विकासनगर मुख्य बाजार स्थित खाद्यान्न गोदाम का भवन गिरासु हालत में है। हालात इतने खराब है कि कर्मचारियों की कभी जान पर खतरा बन सकता है। उसके बाद भी संबंधित विभाग भवन की मरम्मत करने के लिए तैयार नहीं है जिसे कभी भी किसी की जान जा सकती है।
संवाददाता, गजमफर अली
देहरादून विकास नगर
सहकारी समिति विकासनगर का कई दशकों पुराना भवन बना हुआ है जिस पर खाद्यान्न विभाग का गोदाम कई सालों से संचालित है। वैसे तो बरसात के मौसम है झोपड़ियों व टपरियां से पानी टपकना तो आम बात है लेकिन पत्थर व ईंट सिमेट का बना गोदाम विभाग की लापरवाही के चलते रखरखाव ना होने से खाद्यान्न गोदाम
विकासनगर स्थित बिल्डिंग ना सिर्फ लीकेज है बल्कि ऐसे जर्जर अवस्था में है कि छत का मसाला तक नीचे आ चुका है। और छत को मजबूत रखने वाली सरिया नजर आने लगी है अब ऐसे में खाद्यान्न गोदाम में मौजूद दस्तावेजों के नष्ट होने का खतरा बना हुआ है । इस कार्यालय ,गोदाम में कार्यरत 5 से 6 कर्मचारी और 15 से 20 मजदूर जो वहां रहते हैं उनकी जान का भी खतरा बना हुआ है। लगातार बारिश को देखते हुए जब इस संदर्भ में नेशनल मीडिया न्यूज़ संवाददाता द्वार उक्त गोदाम के जिम्मेदार अधिकारी एसएमओ खाद्य निरीक्षक विपणन अधिकारी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि बिल्डिंग की हालत बहुत ही जर्जर है इस संबंध में उच्च अधिकारियों को कई बार लिखित शिकायत दी गई है और मामला यह भी बताया जा रहा है उक्त बिल्डिंग सहकारी समिति विकासनगर की है जोकि बिल्डिंग को खाली करवाने के लिए कई बार खाद्यान्न विभाग को कहा गया है ।
लेकिन विभाग के द्वारा बिल्डिंग को खाली नहीं किय गया सहकारी समिति के द्वारा बिल्डिंग की मरम्मत इसीलिए नहीं कराई जा रही है कि वो खाद्यान्न विभाग से भवन खाली करना चाहता है अब ऐसे में देखना होगा कि क्या जिम्मेदार विभाग अपनी जिम्मेदारी समझेगा और खतरे में पड़े कर्मचारियों की जान एवं महत्वपूर्ण दस्तावेजों को संभालने बचाने के लिए खाद्य गोदाम को कहीं अन्य जगह शिफ्ट करेगा या नहीं जबकि खाद्यान्न विभाग विभाग नेता को कई बार सहकारी समिति को भवन की मरम्मत करने के लिए कहा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मानसून को देखते हुए खाद्यान्न विभाग ने आरएससी को शनिवार को भी लिखित में शिकायत दर्ज कराई है।
इस संबंध में एम एस एम ओ खाद्य निरीक्षक अधिकारी संपूर्ण पाल बिष्ट का कहना है कि जर्जर व गिरासु भवन के लिए सहकारीता विभाग से कई बार वार्ता की गई है लेकिन कोई पहल नहीं की जा रही है । उन्होंने कहा कि शनिवार को भी आर एफसी को उन्होंने कार्रवाई के लिए लिखित में अवगत करा दिया गया है।