नारायणबगड़।
चक्रव्यूह भेदन एवं केदार यात्रा के साथ ही मींग गांव में दस दिवसीय पांडव लीला का समापन हो गया है।
पिछले दस दिनों से मींग गांव में आयोजित हो रहा दस दिवसीय पांडव लीला में कौरवों द्वारा चक्रव्यूह के कुख्यात षडयंत्र के मंचन के दौरान अभिमन्यु के वध के मार्मिक दृष्य पर सैकड़ों की तादाद में पांडव लीला देखने आए श्रद्धालु और दर्शनार्थियों की आंखों से आंसू छलक पड़े। चक्रव्यूह के मार्मिक दृष्य को देखकर पांडव लीला के कलाकारों पर पांडव अवतरित होकर कौरवों को युद्ध के लिए ललकारने लगे और कौरवों और पांडवों के बीच जमकर युद्ध के
दौरान सभी उपस्थित दर्शक भावविभोर हो गये। आश्चर्यजनक दृष्य तब देखने को मिल जब कलाकार जयपालसिंह बुटोला के द्वारा शानदार चक्रव्यूह रचना के अंदर वीर अभिमन्यु और जालसाजी से अभिमन्यु को घेरते हुए कौरवों के साथ जब अभिमन्यु चक्रव्यूह के अंदर संघर्ष कर रहा था तो चटक धूप के बीच उसी दौरान हल्की झमाझम बारिश होने लगी मानो आसमान भी सदियों पुराने मार्मिक दृष्य को देखकर आंसू बहाने लगा हो। कौरवों के साथ युद्ध के लिए अर्जुन का हाथी पर बैठकर आने के मंचन को दर्शकों ने खूब सराहा।
कौरवों के विनाश के पश्चात केदार यात्रा पर निकले पांडव और पांडव लीला कमेटी एवं समस्त मींग गांव के निवासियों ने पंडितों और पांडव लीला के व्यासों के सानिध्य में पूजन हवन आदि कर विधिविधान के साथ दस दिवसीय पांडव लीला का सफल आयोजन का समापन किया।इस अवसर पर पांडव लीला कमेटी के संरक्षक कर्णसिंह रावत,अध्यक्ष कर्णसिंह रावत(छोटा) ग्राम प्रधान सरिता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य मंजीत सिंह,महिला मंगल दल अध्यक्ष कविता देवी,सुजान सिंह, खिलाफ सिंह, योगेश्वर प्रसाद,देवी पुरोहित,ढोल वादक रैदास राम, सचिन भारद्वाज,चंद्र सिंह रावत, धीरेन्द्र सिंह,पुष्कर सिंह, कुंवर सिंह, युवक मंगल दल एवं महिला मंगल दल ने पांडव लीला आए दर्शकों का जलपान कराकर स्वागत सम्मान किया।
कार्यक्रम का संचालन बीरेंद्र सिंह रावत ने किया।