अयोध्या ब्यूरो बांकेलाल निषाद "प्रणव"
*प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में यथार्थ गीता रामलला से हुई मुखातिब।
सोहम बाबा ने पीठाधीश्वरों राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मीडियाकर्मियों को सप्रेम भेंट की यथार्थ गीता
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी व उनकी मां, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों में पहुंचने के बाद यथार्थ गीता अयोध्या में भगवान राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा के पूर्व संध्या पर उनकी पवित्र हाथों में सोहम बाबा के सौजन्य से विराजमान हो गई। भगवान रामलला को उपस्थित दर्ज कराने के बाद यथार्थ गीता अयोध्या में देश विदेश से आये श्रद्धालुओं पीठाधीश्वरों राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मीडियाकर्मियों जनप्रतिनिधियों अधिकारियों पुलिसकर्मियों व हजारों की संख्या में परमात्मपथिकों को सोहम महाराज जी के सौजन्य से सप्रेम भेंट किया गया ।पीठाधीश्वरों में रंगमहल के पीठाधीश्वर श्री राम शरणदास जी रामलला मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री श्री चंपतराय जी महामंडलेश्वर हरिद्वार निरंजनी अखाड़ा परमानंद जी महाराज विश्व हिन्दू परिषद् के संगठन मंत्री तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भवन के प्रभारी सुरेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री विश्व हिन्दू परिषद अंबरीष जी मंगल भवन पीठाधीश्वर श्री कृपालु जी महाराज सुग्रीव किला पीठाधीश्वर विश्वेस प्रपन्नाचार्य रामकोट क्षेत्र के पार्षद प्रियेश दास वरिष्ठ भवन पीठाधीश्वर हिंदू धाम रामविलास वेदांती बालयोगी रामदास हनुमान गुफा के परशुराम दास हनुमान गढ़ी बलराम दास देवेशाचार्य गीता जयंती दिवस पर बड़ी संख्या में आचार्य और वेदपाठियों को यथार्थ गीता वितरित किया गया। राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मीडियाकर्मियों में प्रेस क्लब के अध्यक्ष महेन्द्र त्रिपाठी अयोध्या संसद टीवी की ऐंकर दीक्षा कुमारी वरिष्ठ पत्रकार श्वेता सिंह चित्रा त्रिपाठी नवभारत टाइम्स के लखनऊ ब्यूरो राजेश मिश्रा यूथ खबर विजन व स्टेट मीडिया के ब्यूरो वरिष्ठ संपादकीय लेखक बांकेलाल निषाद प्रणव पूर्व प्रेस क्लब के अध्यक्ष अयोध्या व फैजाबाद की आवाज दैनिक अखबार के संपादक सुरेश पाठक राजेश तिवारी मीडिया टीवी विमल त्यागी अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जापान की क्यूडो न्यूज एजेंसी की रिनी दत्ता फ्रेंच मीडिया की इसिता त्रिपाठी इंडिया टीवी रुचि कुमार जम्मू-कश्मीर के विवेक राना राजस्थान कैडर के आईपीएस पंकज पांडेय व स्थानीय प्रशासन एसपी सीओ थानाध्यक्ष को सोहम महाराज जी द्वारा यथार्थ गीता प्रदत्त किया गया। २२ जनवरी प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव तक एक लाख मुफ्त यथार्थ गीता सोहम बाबा द्वारा वितरित किए जाने का लक्ष्य है। जिसमें अब तक लगभग बीस हजार यथार्थ गीता का वितरण किया जा चुका है। एक मात्र परमात्मा का भजन ओम जप सद्गुरु का ध्यान की हिमायती पूर्णतया मजहब मुक्त है यथार्थ गीता। ज्ञान धर्म कर्म जाति पूजा पद्धति भक्ति आदि की जितनी स्पष्ट व्याख्या यथार्थ गीता करती है उतनी स्पष्ट व्याख्या संसार का कोई भी धार्मिक ग्रंथ में नहीं करता। यथार्थ गीता किसी देश काल परिस्थिति मजहब संप्रदाय से बाधित नहीं है बल्कि यह संसार में सुदूर बसे मानव मात्र के लिए है। यह गृहस्थ और विरक्त पुण्यात्मा - पापात्मा, ऊंच - नीच सृष्टि के सभी जीवों को मुक्त होने का खुला आमंत्रण देती है। यह मोक्षप्रद संसार को एकसूत्र में पिरोने में लाभप्रद मोक्षदायिनी गंगा है जिसमें स्नान करने वाले का लौकिक और पारलौकिक जीवन सुखी रहता है। धर्म-कर्म के नाम पर संसार में हो रहे दंगे फसाद सियासत कर्मकांडियों पोंगापंथियों के लिए आइना है यथार्थ गीता। यथार्थ गीता परमात्मपथिकों के लिए माइल्सटोन( मील का पत्थर)है ।यह संसार का कवच है जिसको धारण करने के बाद सारे हमले फेल हो जाते हैं।