अयोध्या ब्यूरो बांकेलाल निषाद "प्रणव"
अयोध्या कचेहरी में पांच हजार वकीलों को सोहम बाबा द्वारा बांटा गया यथार्थ गीता
कालजयी समय के महापुरुष विश्व गुरु विश्व गौरव से सम्मानित यथार्थ गीता के प्रणेता तत्व द्रष्टा महापुरुष परमहंस स्वामी श्री अड़गड़ानंद जी महाराज के शिष्य सोहम महराज जी द्वारा अयोध्या कचेहरी में आज पांच हजार वकीलों को यथार्थ गीता का वितरण किया गया। विदित हो कि पूज्य गुरुदेव भगवान की कृपा से उनके शिष्य सोहम महराज जी द्वारा भगवान राम की नगरी अयोध्या में कुल एक लाख यथार्थ गीता को बांटने का लक्ष्य है जिसमें देश विदेश से आए अतिथियों साधू-संत मीडियाकर्मी राजनीतिज्ञ व भक्तगण शामिल हैं उसी क्रम में आज कचेहरी में कानून के रक्षक वकीलों में यथार्थ गीता का वितरण हुआ। *क्या कहती है यथार्थ गीता?* यथार्थ गीता एक मात्र परमात्मा का भजन ओम जप सद्गुरु की सेवा की जोरदार वकालत करती है। और परमात्मपथ की दूरी तय कराने वाली यज्ञ कर्म जप आसन प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान समाधि भक्ति ज्ञानादि का विशद विवेचना करती है । पूज्य गुरुदेव भगवान श्री स्वामी जी कहते हैं कि यथार्थ गीता जैसी परम पावन पवित्र मोक्षदायिनी गंगा में जो डुबकी लगाता है वह सहज ही भवसागर से पार हो जाता है। यथार्थ गीता कहती है कि संसार के सभी मानव के लिए मोक्ष का दरवाजा खुला है संसार के सभी मानव जन्म से शूद्र हैं भजन के क्रमोन्नति सोपान से उनकी स्थिति क्रमशः शूद्र वैश्य क्षत्रिय और ब्राम्हण की होती है महर्षि बाल्मीकि महर्षि वेदव्यास माता शबरी कबीर नानक रैदास सुकरात ईसा मसीह शम्स तबरेज ईसा मूसा आदि इसके उदाहरण हैं। भारत में फैली जन्म आधारित चार वर्ण व्यवस्था यह पोंगापंथियों कर्मकांडियों की देन है यह एक शब्द नहीं यह साधक के अंतःकरण की भजन अवस्था का चित्रण है यह योग्यता आधारित है न कि जन्म आधारित रूढ़िग्रस्त व्यवस्था। पूज्य गुरुदेव भगवान के शिष्य सोहम बाबा ने बताया कि सारा संसार सनातनी है अर्थात आत्मा/ परमात्मा का उपासक है । क्यों कि आज के लगभग बावन सौ वर्ष पहले त्रेता युग में न कोई मुस्लिम था न इसाई न बौद्ध जैन यहूदी आदि ये सब हजारों साल बाद आये। इसलिए यह ग्रंथ मानवमात्र के लिए है और पूर्णतया मजहब मुक्त है संसार में बसे एशिया यूरोप अफ्रीका अमेरिका आदि सभी देशों के लिए यथार्थ गीता उपलब्ध है। इस अवसर पर एमएलसी मनोज सिंह गुड्डू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पारसनाथ पांडे महामंत्री बिपिन कुमार मिश्रा कोषाध्यक्ष मुन्ना सिंह सदस्य दीपक तिवारी योगेश पांडे अशोक सिंह राजेश श्रीवास्तव रविन्द्र पांडे अभियोजन अधिकारी लालमनि तिवारी अरविंद सिंह आदि पांच हजार वकीलों और मुवक्किलों को यथार्थ गीता दिया गया।