उत्तरी कड़ाकोट पट्टी के दर्जनों गांवों के लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का भेजा जिलाधिकारी को ज्ञापन।
रिपोर्ट -- सुरेन्द्र धनेत्रा।
नारायणबगड़,चमोली।
चमोली जिले के उत्तरी कड़ाकोट पट्टी के दर्जनों गांवों ने नलगांव- कफारतीर मोटर मार्ग पर डामरीकरण किए जाने के लिए तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी/जिला चुनाव अधिकारी को पत्र भेजकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।
सोमवार को उत्तरी कड़ाकोट पट्टी के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण ग्राम प्रधान कफारतीर सुदर्शन नेगी, प्रधान बेथरा दीपेन्द्र सिंह नेगी के नेतृत्व में तहसील कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने तहसीलदार के माध्यम से नलगांव-कफारतीर मोटर मार्ग के खस्ताहाल होने और वर्षों से डामरीकरण नहीं किए जाने से क्षुब्द होकर जिलाधिकारी/जिला चुनाव अधिकारी को रोष भरा पत्र लिखकर आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान किया है। जिलाधिकारी को भेजे पत्र में कहा गया है कि नलगांव--कफारतीर मोटर मार्ग भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरबान सिंह नेगी के पैतृक गांव कफारतीर को जोड़ते हुए क्षेत्र के दर्जनों गांवों को जोड़ता है और वीसी दरबान सिंह नेगी के नाम पर ही यह मोटर मार्ग स्वीकृति हुआ था।कहा गया है कि इस मोटर मार्ग का प्रथम चरण का निर्माण कार्य 2015 में प्रारंभ होकर 2018 में पूरा हो गया था लेकिन इन आठ वर्षों में अभी तक सड़क पर डामरीकरण नहीं किया गया है और सड़क सुगम यातायात के लिए अनुकूल नहीं है। लोगों का कहना था कि पूर्व से नारायणबगड़ -परखाल -चोपता मोटर मार्ग से उनके यहां की दूरी पचास से पैंसठ किलोमीटर दूर पड़ता है जबकि नलगांव--कफारतीर मोटर मार्ग से मात्र दस किलोमीटर के सफर में उनका समय और किराया भी बचता है। लोगों ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती उनके क्षेत्र से बीमार लोगों व प्रसूता महिलाओं को समय से अस्पताल पहुंचाने में आती हैं दूसरे मोटर मार्ग की लंबी दूरी के कारण कई बार बिमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने में अनहोनी का भय बना रहता है। लोगों ने बताया कि भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरबान सिंह नेगी के शौर्य में हर वर्ष नवंबर में उनके पैतृक गांव कफारतीर खैतोलीखाल में चार दिवसीय राजकीय शौर्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री और उच्च स्तरीय जनप्रतिनिधि सिरकत करते हैं और वे लोग शौर्य महोत्सव के मंच के माध्यम से और लगातार शासन प्रशासन से उक्त मोटर मार्ग को यातायात के लिए सुधारने की गुहार लगाते आ रहे हैं लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी कोई बात ही नहीं सुन रहे हैं। ग्रामीणों के शिष्टमंडल दल ने बताया कि उनके क्षेत्र और वीसी दरबान सिंह नेगी की लगातार उपेक्षा किए जाने से वे लोग बहुत ही आहत हैं और अब वह शासन प्रशासन से पत्राचार करते करते थक गए हैं तो उनके पास लोकसभा और अन्य किसी भी चुनाव का बहिष्कार करने के अलावा कोई चारा ही नहीं बचा हुआ है। बताते चलें कि यह मोटर मार्ग पीडब्ल्यूडी के पास है। पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता ने दूरभाष पर बताया कि उक्त मोटर मार्ग का पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है तथा इस पर नालियां,स्कपर आदि का काम भी पूरा हो चुका है और बताया कि इस सड़क पर अभी डामरीकरण स्वीकृत ही नहीं है जिस कारण नलगांव--कफारतीर मोटर मार्ग पर डामरीकरण नहीं किया गया है।उन्होंने कहा कि यदि उन्हें विधायक जी के द्वारा उक्त मोटर मार्ग पर डामरीकरण के लिए का निर्देश पत्र दिया जाएगा तो वह इस संबंध में डामरीकरण के लिए नये सिरे से प्रपोजल तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। नायाब तहसीलदार दिगंबर सिंह नेगी ने बताया कि कफारतीर क्षेत्र के शिष्टमंडल ने उनको जिलाधिकारी महोदय को संबोधित पत्र लिखकर दिया गया है जिसे वे शीघ्र ही जिलाधिकारी कार्यालय को प्रेषित कर रहे हैं।
शिष्टमंडल में ग्राम पंचायत जाख पाटियूं अंजू देवी,डॉ नरेन्द्र सिंह,खीमसिंह पंवार, ग्राम प्रधान कोथरा बंदना नेगी,भगतसिंह नेगी,सत्यपाल सिंह,प्रदीप सिंह, बचनसिंह, पंकज सिंह,सत्येन्द्र सिंह,खीमसिंह, विनोद सिंह,ललित मोहन नेगी आदि क्षेत्रवासियों के हस्ताक्षर हैं।