एनएसएस के साथ दिवसीय विशेष शिविर के समापन पर जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान ने कहा छात्रों को आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता।
कालसी 22 फरवरी। वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर के राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान ने कहा है कि छात्रों को आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि वह अपने परिवार का भरण पोषण कर समाज के लिए अपना योगदान दे सके।
उन्होंने कहा है कि पश्चिमी सभ्यता की आंधी में हम अपनी संस्कृति व अपने संस्कारों को ना भूले, उन्होंने कहा कि अपने अध्ययन के साथ हमें आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ना चाहिए। आत्मनिर्भर व्यक्ति अपने लिए आवश्यक जरूरतें पूरी करने में सक्षम होता है।
श्रीमती चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर महिला स्वतंत्र होकर अपनी बात और सोच समाज या परिवार के सामने रखती है तो समाज उसे प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि युवा अवस्था में हम अपने जीवन को सार्थक बनाने में दिन रात मेहनत कर उच्च पदों पर आसीन हो।
ब्लॉक प्रमुख मठौर सिंह चौहान ने कहा है छात्र जीवन से अच्छे विचारों को आत्मसात करते हुए आदर्श नागरिक बनन कर समाज और राष्ट्र के कार्यों में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजकुमारी भंडारी चौहान ने कहा है कि सात दिवसीय विशेष शिविर में छात्र-छात्राओं ने पूर्ण मनोयोग से ग्रामीण समाज के जनजीवन को आत्मसात किया। छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों के साथ नशा मुक्ति, स्वच्छता अभियान, मतदाता जागरूकता अभियान, सामाजिक रूप से ग्रामीण समाज का सर्वेक्षण, दीवार लेखन, लोक संस्कृति एवं देशभक्ति पर आधारित अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत कर ग्रामीणों को जागरूक करने का कार्य किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जी आर सेमवाल ने सात दिवसीय विशेष शिविर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सभी स्वयंसेवियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख माथुर सिंह चौहान जी जेष्ठ प्रमुख भीम सिंह चौहान, कनिष्ठ प्रमुख रितेश असवाल. पूर्व मंडल महामंत्री भाजपा कुंदन सिंह चौहान ग्राम प्रधान संजीव चौहान, मंडल उपाध्यक्ष विकास तोमर मंडल उपाध्यक्ष दिगंबर चौहान, मंडल उपाध्यक्ष चतर सिंह चौहान, छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष बिष्ट, महासचिव प्रियांशु, आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे।