मुख्य सचिव एसएस संधु ने महासू दरबार में टेका मथा ।
---महासू मंदिर समिति व स्थानीय लोगों ने परम्परागत वाद्ययंत्रों एवं फूल-मालाओं के साथ किया मुख्य सचिव का स्वागत किया ।मन्दिर समिति ने मुख्य सचिव व जिलाधिकारी देहरादून को हनोल मन्दिर का स्मृति चिन्ह भेंट किया ।
-- मंदिर समिति व महाविद्यालय के छात्रों ने सी एस को दिया ज्ञापन ।
--चारधाम यात्रा की शुरुआत हनोल से करने की मांग ।
राजेन्द्र सिह चौहान
त्यूनी देहरादून
रविवार को मुख्य सचिव एसएस संधु हनोल पहुंचे । उन्होंने महासू मंदिर में माथा टेका और सुख समृद्धि की कामना की।
मुख्य सचिव एस ए संधु के साथ जिला अधिकारी देहरादून सोनिका एवं उप जिलाधिकारी चकराता/त्यूनी युक्ता मिश्रा भी रही।
हनोल आगमन पर मंदिर समिति एवं स्थानीय लोगों ने उनका परम्परागत वाद्ययंत्रों एवं फूल मालाओं से स्वागत किया।
अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष मूरत राम शर्मा ने मुख्य सचिव एसएस संधु को चार महासू देवताओं के कश्मीर से जौनसार बावर आगमन की पौराणिक कथा सुनाई । इस दौरान मंदिर समिति ने उन्हें मांग दिया जिसमें चार धाम यात्रा की शुरुआत हनोल से करने, हनोल में हैली पैड,पार्किंग तथा यात्रियों के लिए धर्मशाला का निर्माण किए जाने की मांग की गई है ।
मंदिर समिति के सदस्यों ने मुख्य सचिव को महासू देवता मंदिर का छाया चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया ।
वहीं पंडित शिवराम शर्मा महाविद्यालय के अध्यक्ष आदित्य जोशी ने मुख्य सचिव को ज्ञापन दिया। जिसमें जोपीआरआर राष्ट्रीय राजमार्ग से महा विद्यालय को जोड़ने200 मीटर सम्पर्क मार्ग का डामरीकरण ,85प्रतिशत बालिकाओं वाले महिला विद्यालय में पीजी की कक्षाएं संचालित करने की मांग की है ।
मुख्य सचिव एसएस संधु ने मंदिर समिति द्वारा सौंपा गया मांग पत्र एवं छात्रों द्वारा दिए गये ज्ञापन में उल्लेखित मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया । उन्होंने कहा समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव कार्रवाई की जाएगी । मंदिर में श्रद्धालुओं के रात्रि विश्राम की समस्या के समाधान के लिए अतिरिक्त धर्मशाला के निर्माण के लिए पुरातत्व विभाग के सीमा से बाहर स्थान चयनित कर जिला अधिकारी को मांगों से संबंधित प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए शासन संकल्परत है।
इस अवसर पर जिला अधिकारी सोनिका,उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, मंदिर समिति हनोल के कोषाध्यक्ष रधुवीर सिंह रावत जयपाल सिंह बजीर पाशिबिल मौजूद रहे।