अवैध पातन के मामले में डीएफओ चकराता ने बिठाई जांच।
170 अवैध नग भी बरामद किए हैं।
वन प्रभाग चकराता के अंतर्गत कानासर रेंज में नापलेड की भूमि व वन निगम के आड़ में देवदार के कई सूखे व हरे पेड़ों का अवैध पातन किया जा रहा था
विकासनगर संवाददाता गजमफर
वन प्रभाग चकराता क्षेत्र अंतर्गत के नाप लेड व वन निगम की आड़ में जंगलों में बड़े पैमाने पर अवैध कटान किए जाने के मामले कुछ दिन पूर्व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने डीएफओ चकराता से देवदार के पेड़ों की अवैध कटान की शिकायत की थी । जिस पर डीएफओ चकराता ने दो टीमें में बनाकर जांच शुरू करा दी है। जिसमें टीम ने 170 अवैध नग भी बरामद किए हैं।
आपको बता दें कि वन प्रभाग चकराता के अंतर्गत कानासर रेंज में नापलेड की भूमि व वन निगम के आड़ में देवदार के कई सूखे व हरे पेड़ों का अवैध पातन किया जा रहा था जिसकी शिकायत कई दिनों से आ रही थी अभी हाल ही में क्षेत्र जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने डीएफओ चकराता कल्याणी नेगी से मुलाकात कर नाप लैंड की भूमि व वन निगम के नाम पर हो रहे ।कटान को रोकने व जांच के लिए मांग की थी जिस पर डीएफओ कल्याणी ने चकराता वन प्रभाग के उप प्रभागीय वन अधिकारी मुकुल सती के नेतृत्व में वन विभाग की दो टिमें बनाकर जांच बैठा दी है व कानासर रेंज के सभी बिटों की
जांच पड़ताल छानबीन की जा रही है । बताया जा रहा है लकड़ी तस्कर आरा मशीन लगाकर रातों-रात हरे-भरे जंगलों का सफाया कर रहे है। जिसमें महत्वपूर्ण प्रजाति के वृक्षों को बड़े पैमाने पर धड़ल्ले से अवैध कटान किया हुआ है जो आने वाले समय में पर्यावरण के लिए भी खतरा है। इस संबंध में चकराता वन प्रभाग की डीएफओ कल्याणी ने बताया कि क्षेत्र जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर अवैध पातन की जांच के लिए दो टीमें गठित की गई है। टीम गहनता से जांच कर रही है जांच पूरी होने के बाद मामला स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच में अवैध पातन मैं किसी की भी भूमिका संदिग्ध पाई जाती है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।