कालसी ब्लॉक के 111 ग्राम पंचायतों में बड़ी जोर शोर से मनाया हरेरा पर्व
कलसी ब्लॉक के अंतर्गत 111 ग्राम पंचायतों में बड़ी धूम-धाम से हरेला पर्व मनाया गया
हरेला त्योहार क्यों मनाया जाता है
यहां के लोग इस त्योहार को हरियाली, शांति, समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक के रूप में मनाते हैं.
संवाददाता, सुभाष बोनियाल
कालसी:हरेला का मतलब है 'हरे रंग का दिन'. साथ ही भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करने के लिए श्रावण के महीने में इसे मनाया जाता है. प्रदेशभर के लोग, विशेष रूप से जोनसार, रंवाई, जौनपुर, बाबर व गढ़वाल के लोग, हरियाली को समृद्धि से जोड़ने के लिए इस त्योहार को मनाते हैं. आज हरेला पर्व के उपलक्ष पर अपने अपने गांव में पोध रोपण कर देशभर के लिए एक अच्छा संदेश दिया
जिसमें सभी ग्राम पंचायतों के रुझान देखने को मिले ग्राम पंचायत कचटा कुसियों, साहिया, नराया, नेवी, उद्पाल्टा, कुरोली,बोहरी, दातनू , साहिया छानी, धनपौऊ, दोहा, पंजिया, सराडी, मारलोऊ, चंदोऊ, लखवाड़, लख्श्यार, जखनोग भिस्तोऊ, लोहारी, दोऊ, क्वासा, खुन्ना अलमान, क्यारी, लाच्छा, नागथात, सुपौउ, छटोउ, निथला, सिंगोर, जेंदऊ लटोऊ, भाडो, मुंधान, आष्टा भुनोउ, चिटाड़, गांगरो, व्यासनहरी, हरिपुर, कालसी, तिलवाड़ी, माकटी, काहा पुनाहा, बोसान, केत्री, भजरा, ककाड़ी,
तथा कालसी ब्लॉक के 111 ग्राम पंचायतों मैं हरेला पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया व अनेकों प्रजातियों के पौधे रोपण किए गए
आइए दिखाते हैं आपको प्रत्येक ग्राम पंचायत के लोगों को पौधे रोपण करते हुए ग्रामीणों व प्रतिनिधियों की झलकियां