आरकोट बंगाण क्षेत्र में कोठीगाड पटी की स्थिति दयनीय है नहीं ले रहा है कोई सुध अगर आज मोल्डी गाँव में नहीं खुलती रोड तो पड़ जाते खाद्यान के लाले।
आज 17 दिनौ बाद खुली रोड़।
संवाददाता, राजेन्द्र सिंह चौहान
आरकोट चिवां वालचा मोटर मार्ग 17 दिनौ से था बंद 15 किमी 0 की पैदल दूरी तय करने के बाद पहुचते थे आराकोट। कई बार बिमार लोगों को कांडी डाडी में उठा पैदल उठा कर लाया गया था आराकोट। आपदा की वजह से दूरसंचार सुविधा से भी बंचित हैं आज भी फ़ोन करने के लिए भी 15 किमी आराकोट आना पडता है। प्रशासन ने आज तक भी नही कराई आशा वर्कर्स को दवाईयौ की कीट। रोड बन्द होने पर बागवान हो रहे थे परेशान। न तो सेब की खाली पेटी ले जा पा रहे थे न ही सेब का तुडान शुरू कर पा रहे थे। आराकोट बंगाण क्षेत्र 2019 को आयी थी भीषण आपदा जिसमें सब कुछ तहस नहस हो गया था ।उस समय भी आराकोट चिवां वालचा मोटर मार्ग के मोल्डी गाँव में ही इसी स्थान पर भारी भूस्खलन होने से रोड पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होगयी थी । तब से लेकर ये नासूर बन गया है। हर साल यहां पर लाखौ रुपये खर्च किये जाते हैं लेकिन इस रोड की ना ही हालत सुधरी ना ही इसका
पीएमजीएसवाई पुरोला ने कोई स्थाई समाधान निकाला है । विभाग की अनदेखी व उदासीनता का खमियाजा भुगत रहे हैं यहाँ के ग्रामीण।आज यहाँ पर काग्रेस पार्टी के यमुनाघाटी के जिलाध्यक्ष इस क्षेत्र के हालात से रुबरू हए तथा यहाँ के ग्रामीण/बागवानों से मिले तथा उनकी समस्याए व उनके दुख दर्द सुने तथा यहाँ की इस हालत के लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार की गलत नीतियों को ही जिमेबार ठहराया । वह यहाँ के क्षेत्रीय विधायक पर भी यहाँ की अनदेखी का आरोप लगाया। कहा कि यहाँ के विधायक को मोरी नैटवाड व पुरोला तक आने समय तो है लेकिन आराकोट बंगाण क्षेत्र में आने का समय नही है। यहां पर किराणू दुचाणु माकुडी जागटा चिवां गोकुल झोटाडी बरनाली डोगोली सहित सभी गाँव के ग्रामीण मशीनों के साथ दिन रात रोड खोलने में लगे रहते हैं इसी का परिणाम है कि आज 17 दिन बाद खुल पायी मोल्डी गाँव में रोड।