निर्माणाधीन लखवाड़ जल विद्युत परियोजना जुड्डो से कुणा प्रोजेक्ट रोड के किनारे यमुना नदी से हो रहा है अवैध खनन
लखवाड़ जल विद्युत परियोजना का आधा क्षेत्र मसूरी कैंप्टी वन क्षेत्र होने के कारण इसका फायदा उठा रहे हैं ठेकेदार
उत्तराखंड राज्य की अति महत्वाकांक्षी निर्माणाधीन 300 मेगावाट क्षमता की लखवाड जल विद्युत परियोजना पर इन दिनों जल विद्युत निगम कार्यालय डाकपत्थर के द्वारा सिविल का कार्य कराया जा रहा है, जिसमें ठेकेदारों के द्वारा निकट बहने वाली यमुना नदी में जमकर रात के अंधेरे में अवैध खनन किया जा रहा हैं, विषुवत सूत्रों से ज्ञांत हुआ कि स्थानीय प्रशासन की मिलि भगत से यह सारा खेल रचा जा रहा है ,जबकि उत्तराखंड सरकार के द्वारा जुन माह से बरसात के
समय में नदियों मैं 3 माह के लिए खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन कुछ विभागीय अधिकारी माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं , सूत्रों से पता चला हैं जल विद्युत निगम के ठेकेदारों के द्वारा निकट यमुना नदी में रात्रि के समय नदी में जेसीबी मशीन उतारकर टैक्टर-ट्राली भर कर जमकर अवैध खनन कर रहे हैं, सूत्रों द्वारा ये भी ज्ञांत हुआ कि खनन माफिया रात के समय में प्रोजेक्ट के सामने नदी में जाने के लिए अपने जेसीबी के माध्यम से मार्ग बनाकर उत्तराखंड के वन
संपदा को बिना रोक-टोक के निकल रहे हैं और यूजीवीएनएल के द्वारा कराई जा रहे हैं सिविल वर्क में यह खनन सामग्री इस्तेमाल कर रहे हैं ।जबकि इसकी जानकारी अधिकारियों के भी संज्ञान में है, उसके बावजूद भी संबंधित अधिकारी मौन है ,बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र से अवैध खनन हो रहा है, वहां रिजर्व फॉरेस्ट केम्प्टी मसूरी के अंतर्गत आता है, जबकि वन विभाग वन संपदा के अवैध कार्यों के लिए संबंधित कर्मचारियों को वन-बीट देकर वन संपदा की सुरक्षा के लिए तैनात करती है, लेकिन कुछ भ्रष्ट कर्मचारी अधिकारी सुविधा शुल्क लेकर सरकार के वन संपदा को लूटने में लगा हुआ है ,लखवाड जल विद्युत परियोजना 300 मेगावाट का कुछ भाग मसूरी
विधानसभा और कुछ भाग विकास नगर विधानसभा के अंतर्गत आता है, जूड्डो से कूणा जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह खनन माफिया द्वारा रेत के अवैध भंडारण किए हुए हैं, सूत्र बताते हैं यह अवैध भंडारण से रेत बजरी मार्ग के कार्यों में बिना रवाने के लगाई जा रही है इन दोनों जल विद्युत निगम का इस मार्ग पर डामरीकरण का कार्य चल रहा है अब देखना यह होगा संबंधित विभाग इस अवैध
खनन व मार्ग के किनारे भंडारण पर क्या कार्रवाई करती है जबकि संबंध में डाकपत्थर जल विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता अमरेश कुमार से पूछा गया तो उनका कहना था कि विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया के तहत ठेकेदार से कार्य कराया जा रहा है अगर ठेकेदार यमुना नदी से खनन सामग्री भंडारण या उपयोग मे ला रहा है तो संबंधित ठेकेदार का जवाब तलब किया जायेगा।